केन्द्र सरकार ने नई शिक्षा नीति में स्कूली शिक्षकों के चयन प्रक्रिया में बड़ा बदलाव किया है। अभी तक जहां केवल परीक्षा से शिक्षकों का चयन कर लिया जाता था, अब दो परीक्षा, डेमो क्लास व साक्षात्कार के बाद शिक्षक लगाए जाएंगे। केवल परीक्षा पैटर्न में ही प्रदेश में शिक्षक भर्ती दो से छह वर्ष में पूरी हो रही है, ऐसे में चार चरण होने पर भर्ती में अधिक समय लगेगा।
अब होगा यह
प्राथमिक से लेकर उच्च माध्यमिक कक्षाओं तक सभी शिक्षकों के लिए टेट जरूरी होगा। इसके साथ ही विषय शिक्षकों के लिए एनटीए की ओर से आयोजित परीक्षा को भी देना होगा। इन दोनों परीक्षाओं के बाद इंटरव्यू व 5 से 7 मिनट तक कक्षा में पढ़ाना (डेमो क्लास) होगी। इन चार चरणों की प्रक्रिया से ही शिक्षकों का चयन किया जाएगा।
अभी तक है यह व्यवस्था
प्रदेश में तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती के लिए रीट परीक्षा करवाई जा रही थी। इससे पहले टेट के बाद शिक्षक भर्ती परीक्षा ली जाती थी जिसे तत्कालीन सरकार ने बदलकर रीट कर दिया था। द्वितीय श्रेणी व व्याख्याता के लिए भी भर्ती परीक्षा करवाई जाती है।
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