सेना (Indian Armed Forces) के तीनों ही हिस्सों में ही मेडिकल एग्जाम (Medical Exam) भर्ती (Recruitment) का एक जरूरी हिस्सा है। हालांकि, तीनों में इसका प्रोसीजर अलग होता है। यह भर्ती ही जगह, हॉस्पिटल की उपलब्धता और कितने कैंडिडेट का टेस्ट होगा, इस पर निर्भर करता है। जानिए आर्मी (Army), नेवी (Navy) और एयरफोर्स (Airforce) में मेडिकल टेस्ट (Medical Test) का क्या प्रोसीजर होता है...
आर्मी:14 दिन में पूरा करें टेस्ट
अग्निवीरों (Agniveer) का मेडिकल एग्जाम रैली की जगह लिया जाता है। अनफिट होने वाले कैंडिडेट को मौके पर मौजूद विशेषज्ञों के पास भेजा जाता है। उन्हें भेजे जाने के 5 दिनों के अंदर एक्सपट्र्स से सम्पर्क करने को कहा जाता है। नियम के मुताबिक, कैंडिडेट को 14 दिनों के अंदर मेडिकल एग्जाम को पूरा करना होता है। फिट कैंडिडेट्स (Fit Candidates) को यह सलाह दी जाती है कि वो अपनी रिपोर्ट सम्बंधित रिकू्रटमेंट ऑफिस (Recruitment Office) में सब्मिट करें। आर्मी में इस तरह का मेडिकल एग्जिामिनेशन (Medical Examination Procedure) फॉलो किया जाता है।
नेवी
Navy के सेलेक्टेड कैंडिडेट का मेडिकल टेस्ट आइएनएस चिल्का (INS Chilka) पर किया जाता है। यहां पर मेडिकली फिट पाए जाने वाले कैंडिडेट की भर्ती अग्निवीर के तौर पर की जाती है। अगर अनफिट कैंडिडेट को लगता है कि वो फिट हैं तो वे 21 दिनों के अंदर इसके खिलाफ अपील कर कर सकते हैं।
एयरफोर्स
फेज-3 के टेस्ट-2 को पास करने वाले कैंडिडेट को मेडिकल टेस्ट के लिए अपॉइंटमेंट लेटर दिया जाता है। तय तारीख पर मेडिकल बोर्डिंग सेंटर पर टेस्ट लिया जाता है। इसमें सभी बेसिक जांचें शामिल होती हैं। इसमें फेल होने पर कैंडिडेट के पास री-अपील करने का मौका होता है। इसके लिए आवेदन के साथ 40 रुपए का आवेदन शुल्क जमा करना होता है। जिसके साथ अनफिट सर्टिफिकेट की फोटोकॉपी भी सब्मिट करनी होती है।
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