क्या आपको वो अच्छे दिन याद हैं, जब जॉब खोजना बहुत आसान था? आप सही सोच रहे हैं। वर्ष 2010 से 2016 तक संगठित कार्यक्षेत्र में जॉब क्रिएशन की सबसे ज्यादा दर भारत में होती थी। मैनपावर ग्रुप सर्वे के मुताबिक वर्ष 2017 और 2018 में एम्प्लॉयर्स ने सबसे कम हायङ्क्षरग की और वर्ष 2019 में भी यह ट्रेंड जारी रह सकता है। लेकिन अच्छी खबर यह है कि किसी भी एम्प्लॉयर द्वारा अपनी वर्कफोर्स को कम किए जाने की आशंका नहीं है। हो सकता है कि आप नए जॉब की तलाश में हों या मौजूदा जॉब में स्थायित्व खोज रहे हों, ऐसे में नए साल में जॉब्स के ट्रेंड्स को समझना जरूरी है।
इमोशनल कोशेंट पर फोकस
नए साल में जॉब इंटरव्यूज आपकी पसंद-नापसंद के बारे में होंगे। इंटरव्यूअर जानना चाहेंगे कि आप कैसे लोगों के साथ आपने काम किया है। 2019 में संभावित एम्प्लॉयर आपके इमोशनल कोशेंट को जानने की कोशिश करेंगे। एम्प्लॉयर के मन में भरोसा होगा कि यदि आपके पास वर्कप्लेस को नेविगेट करने के लिए पर्याप्त ईक्यू है तो टीम और भी प्रभावशाली हो सकती है।
विविधता और समावेशन
वर्ष 2019 में विविधता और समावेशन की आवाज और भी ज्यादा बुलंद हो जाएगी। आपको वर्कप्लेस पर बदलाव नजर आएंगे। एम्प्लॉयर वातावरण को ज्यादा दोस्ताना बनाने की कोशिश करेगा। महिलाओं, विकलांगों और सामाजिक रूप से पिछड़े वर्गों के समावेशन पर भी जोर दिया जाएगा। अब विविधतापूर्ण समान अवसरों वाला वातावरण ही भविष्य बनेगा।
मानवीय मदद
हालांकि कंपनियां ऑटोमेशन को अपनाने और डिजिटल बनने के लिए संसाधनों में निवेश करेंगे। इसके साथ मानवीय मदद के लिए ढेरों अवसर बनेंगे। आप ग्राहकों के लिए हेल्प डेस्क के बारे में विचार कर सकते हैं या आप बिजनेस के लिए कस्टमर सक्सेस मैनेजर का काम कर सकते हैं। टेक्नोलॉजी प्रोडक्ट या टेक्नोलॉजी इनेबल्ड सर्विस को डिलीवर करने वाले सेल्सपर्सन को अपनी भूमिका में ग्राहकों को मिलने वाली मानवीय मदद को शामिल करना होगा।
टेक्नोलॉजी प्रोफेशनल्स
टेक्नोलॉजी प्रोफेशनल के रूप में आपको कम्प्यूटिंग, सिक्योरिटी और ऑटोमेशन की बदलती दुनिया को समझना होगा। आपको टेक्नोलॉजी के नए फील्ड्स से जुड़ी स्किल्स प्राप्त करनी होंगी। कम्प्यूटिंग में क्लाउड आधारित सर्विस, एज और आईओटी तीन ऐसे चरण हैं, जो कम्प्यूटिंग पावर को इंटरेक्शन के बिंदु के करीब लाएंगे।
नॉन-टेक प्रोफेशनल्स
नए जमाने की टेक्नोलॉजी फम्र्स स्थापित होंगी और नॉन-टेक्नीकल रोल्स पैदा करेंगी। भारत में गूगल के ऑफिस में अपनी भर्तियों के 50 फीसदी से ज्यादा सेल्स, मार्केटिंग और ऑपरेशन्स में भर्तियां करनी होंगी। हर कंपनी को आगे बढऩे के लिए टेक्नोलॉजी प्रोफेशनल्स के साथ-साथ नॉन-टेक प्रोफेशनल्स की जरूरत पड़ेगी।
डाटा, इंटेलीजेंस और लर्निंग
हालांकि डाटा साइंटिस्ट्स की मांग नए साल में भी बनी रहेगी, पर एआई (आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस) पर फोकस रहेगा। एआई स्पेस में कई रोल्स तैयार किए जाएंगे क्योंकि यह कई प्रोडक्ट्स व सर्विसेज के माध्यम से जिंदगी को छुएगा। बिजनेस और प्रोडक्ट्स मशीन लर्निंग और नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग में एआई का समावेश करेंगे।
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