राजस्थान में नौकरी की तलाश में घूम रहे युवाओं के लिए खुशखबरी है। जल्द ही यहां डिजिटल क्षेत्र में नौकरी की बूम आने वाली है। गुरुवार को प्रदेश की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया ने राजधानी जयपुर में 'भामाशाह टेक्नो हब' का लोकार्पण किया। साथ ही कहा कि राज्य में स्टार्टअप से एक लाख रोजगार पैदा होने की उम्मीद है, जिससे प्रदेश के युवाओं को जॉब के लिए राज्य से बाहर नहीं जाना पड़ेगा।
इसके उद्धघाटन के मौके पर राजे ने कहा कि देश—समाज का भविष्य डिजीटल क्रांति में है जबकि लोग गली—मोहल्लों और सड़कों पर जातियों के नाम पर लड़ रहे हैं। डिजीटल क्रांति युवा ही ला सकते है और युवाओं को आगे बढ़ाने में 'भामाशाह टेक्नो हब' एक सहयोगी का काम करेगा। राजे ने कहा कि लोग अब समझने लगे हैं कि डिजिटल ही दुनिया का भविष्य है। तमाम प्राइवेट कंपनियों ने राज्य के साथ इस इनोवेशन में अनुभव बांटने का वादा किया है। उनके अनुभव का फायदा इन स्टार्टअप को मिलेगा।
राजस्थान सरकार के मुख्य सचिव के मुताबिक भामाशाह टेक्नो हब, देश का सबसे बड़ा इनक्यूबेशन सेंटर है और यहां आने वाले दिनों 700 स्टार्टअप एक साथ काम कर सकेंगे। राजस्थान सरकार अभी तक 20 स्टार्टअप को फंडिंग दे चुकी है। राज्य में स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए 500 करोड़ रुपये का फंड रखा गया है। इस फंड के तहत 100 करोड़ का कोष महिला स्टार्टअप्स और 50 करोड का फंड ग्रीन स्टार्टअप्स के लिए अलग से रखा गया है। स्टार्टअप्स को अपने प्रोजेक्ट पर काम करने के लिए नि:शुल्क पल्ग—प्ले सुविधा उपलब्ध कराने के लिए कोटा, उदयपुर और जोधपुर में भी यह सेंटर बनेगा।
उधर मनीपाल ग्लोबल ग्रुप के चेयरमैन मोहनदास पई ने कहा कि राजस्थान का नाम आईटी और डिजिटल सुविधाओं में दुनिया में शीर्ष 10 में आता है। भामाशाह सेंटर ओपन होने से यहां स्टार्टअप्स की संख्या में बढ़ोतरी होगी। अभी राज्य में 1000 स्टार्टअप हैं और आने वाले 5 सालों में इनकी संख्या बढ़कर 5000 होने की उम्मीद है।
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