हर घर में, हर क्लास में, हर ग्रुप में और हर ऑफिस में कोई न कोई व्यक्ति ऐसा होता है, जो पेश आने वाली समस्याओं का बेहद इनोवेटिव हल निकाल लेता है और समूह को आगे बढ़ाने में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से मददगार होता है। आपके ऑफिस में भी ऐसे लोग होंगेे, जो अपने नए-नए आइडियाज से कंपनी के सामने आने वाली समस्याओं को सुलझाने में मदद करतेे होंगे। ऐसे एंप्लॉइज को मोटिवेट करें। इससे आपकी टीम की मजबूती भी काफी बढ़ेगी।
इनोवेटिव थिंक टैंक
इनोवेटिव थिंकटैंक बनाने या पहचानने का मुख्य मकसद यहां अपने पास ऐसे लोगों का एक पूरा पूल तैयार करना है, जो बने-बनाए ढर्रों के बजाय नए ढंग से सोचकर कंपनी को लाभ दिलाने और मुश्किलों से निकालने की क्षमता रखते हैं। इस थिंकटैंक में कल के आए जूनियर्स से लेकर ३०-४० साल का अनुभव रखने वाले सीनियर्स को भी शामिल किया जा सकता है। यह थिंक टैंक कंपनी के लिए महत्वपूर्ण होता है।
कौन था वो
हर डिपार्टमेंट में मौजूद इनोवेटिव माइंड्स की पहचान करने के लिए आप डिमार्टमेंट हेड्स या टीम लीडर्स से पूछ सकते हैं कि उनके सामने एक तय अवधि में क्या-क्या समस्याएं पेश आईं? फिर उनसे पूछें कि इन समस्याओं का हल कैसे निकाला गया? फिर पूछें कि हल से जुड़ा यह आइडिया किसका था? इस तरह की प्रोसेस से कई इनोवेटिव लोगों की पहचान हो सकेगी।
खुद करेंगे खोज
यदि आप इनोवेटिव माइंड्स की पहचान के लिए सिर्फ टीम लीडर्स पर निर्भर नहीं करना चाहते तो आप खुद भी इसके लिए उपाय कर सकते हैं। आप कंपनी के सामने मौजूद किसी समस्या के हल के लिए या किसी प्रोजेक्ट को शानदार ढंग से करने के लिए मॉजूदा एंप्लॉइज से आइडिया मांग सकते हैं। आपको यह ऐलान कंपनी में सार्वजनिक तौर पर करना होगा तभी लोग आपकी इस पहल के लिए प्रोत्साहित होंगे। सबसे अधिक व्यवहारिक आइडियाज देने वाले लोग इस तरह आपकी नजर में आ जाएंगे।
किसका था आइडिया
टीम लीडर्स की ओर से ऐसे कई आइडियाज सुझाए जाते हैं, जो कंपनी के प्रोजेक्ट्स के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। आप टीम के रूप में उन्हें श्रेय देने के साथ-साथ यह भी पता लगा सक ते हैं कि मूल आइडिया था किसका? इससे आपको अपनी कंपनी के आइडिया बैंक की जानकारी हो जाएगी और समय पडऩे पर उनसे आइडियाज मांग सकेंगे। यह तरीका काफी उपयोगी है।
कितने थे इनोवेटिव
कंपनी के लिए इनोवेटिव थिंकटैंक बनाने का काम बिल्कुल पहले स्टेप यानी नए एंप्लाइज की नियुक्ति के साथ शुरू करना चाहिए। नियुक्ति से पहले उनसे पूछ सकते हैं कि आवेदक ने इससे पहले क्या-क्या इनोवेटिव आइडियाज दिए हैं और पिछली कं पनी के लिए उनके वे आइडियाज कैसे फायदेमंद रहे थे? आप इन भावी एंप्लॉइज को सिचुएशन्स देकर भी उनके क्रिएटिव माइंड्स और प्रॉब्लम सॉल्विंग की परख कर सकते हैं।
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