UPSC Result 2019 : यूपीएससी ने सिविल सेवा भर्ती के अंतिम परिणाम जारी करने के साथ ही उत्तीर्ण हुए अभ्यर्थियों में काफी उत्साह देखा जा रहा है। देश भर में बात करें तो ऐसे युवा भी एक मिशाल के तौर पर जाने जाएंगे, जिन्होंने विपरीत परिस्थितियों में कामयाबी हासिल की है। मन में दृढ़ इच्छाशक्ति और उसे पूरे करने की लगन हो तो हर मुश्किल राह आसान हो जाती है। खुद में एक जज्बा बनाकर लक्ष्य की ओर बिना भटके चलना होता है। इसे साबित किया है मध्य प्रदेश के इंदौर के रहने वाले प्रदीप सिंह ने। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा शुक्रवार की शाम घोषित रिजल्ट में प्रदीप को पूरे भारत में 93वीं रैंक हासिल हुई है। प्रदीप 22 साल के है।विपरीत परिस्थितियों में पढ़ने वाले प्रदीप के पिता पेट्रोल पंप पर पेट्रोल भरने का काम करते हैं। आप इसी से अंदाजा लगा सकते हैं कि उनका आर्थिक स्तर कितना कमजोर था।
प्रदीप की यूपीएससी की तैयारी के लिए पिता मनोज सिंह और घर के बाकी सभी सदस्यों प्रदीप की हरसंभव मदद की। प्रदीप यूपीएससी की तैयारी के लिए दिल्ली आना चाहता था, लेकिन उनके परिवार की आय इतनी नहीं थी कि वो दिल्ली के महंगे कोचिंग की फीस और वहां का खर्चा सहन कर सके। इसके बावजूद पिता ने हार नहीं मानी और बेटे की कोचिंग के लिए अपना घर तक बेच दिया। दिल्ली में रहकर अच्छी कोचिंग की और आज परिणाम आपके सामने हैं।
IAS Pradeep Singh motivational story
प्रदीप जब यूपीएससी की परीक्षा दे रहे थे उस वक्त उनकी मां की तबीयत खराब थी, लेकिन प्रदीप को उनके पिता ने मां की तबीयत के बारे में कुछ नहीं बताया। प्रदीप ने इंदौर के आईआईपीएस से बीकॉम की पढ़ाई की है।
उल्लेखनीय है कि यूपीएससी की ओर से घोषित रिजल्ट में टॉप 25 उम्मीदवारों में से 15 पुरूष और 10 महिलाएं हैं। आयोग ने एक बयान जारी कर कहा कि 577 पुरूष और 182 महिलाओं सहित 759 उम्मीदवारों का भारतीय प्रशासनिक सेवा (Indian Administrative Services) और (Indian Police Services) में नियुक्ति के लिए सिफारिश की गई है।
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