अलग-अलग किताबों और अखबारों को पढऩे का शौक रखने वालों के लिए लाइब्रेरी एक बेहतरीन जगह मानी जाती रही है। क्या एक लाइब्रेरी स्टार्टअप लिए शानदार आइडिया साबित हो सकती है? यह शायद किसी ने सोचा नहीं होगा। लेकिन भारत में अब ओपन लाइब्रेरी का आइडिया सफल साबित हो रहा है। ओपन लाइब्रेरी एक ऐसा स्टार्टअप है, जिसे प्रारंभ करने के लिए बड़े इंवेस्टमेंट की बजाय एक बेहतरीन प्लानिंग की आवश्यकता है। यदि आप स्टार्टअप की दुनिया में अपने लिए जगह तलाश रहे है तो ओपन लाइब्रेरी कॉन्सेप्ट आपके सपनों को उड़ान देने वाला साबित हो सकता है। किसी भी स्टार्टअप की सफलता इस बात पर निर्भर करती है कि आप मेंटली तौर से कितने तैयार हैं। साथ ही जो प्लानिंग आपने की है, उसके लिए आपने कितना होमवर्क या रिसर्च किया है। यदि आपके पास रिसर्च की कमी है तो यहां बताए गए सुझावों को अपनाकर आप ओपन लाइब्रेरी स्टार्टअप की शुरुआत कर सकते हैं।
इंवेस्टमेंट नहीं होगी समस्या
किसी भी यंग एंटरप्रेन्योर के लिए सबसे बड़ी परेशानी इंवेस्टमेंट होती है। लेकिन ओपन लाइब्रेरी के लिए आपको किसी इंवेस्टर या बैंक की आवश्यकता नहीं है। आप मात्र 40 से 50 हजार रुपए की राशि से इस स्टार्टअप का आगाज कर सकते हंै। दुनिया में ऐसे बहुत कम स्टार्टअप होंगे, जिनकी शुरुआत इतने कम पैसे में की जा सकती है। आप अपनी जमा पूंजी या दोस्तों की सहायता से ओपन लाइब्रेरी को शुरू कर सकते हैं। आपको किसी भी तरह के ऋण लेने की जरूरत भी नहीं है।
एक हॉल से करें शुरुआत
ओपन लाइब्रेरी की शुरुआत के लिए आपको किसी बड़े स्पेस की आवश्यकता नहीं है। यदि आपके घर में एक हॉलनुमा कमरा है तो इस आइडिया के लिए यह जगह काफी होगी। हालांकि इस बात का ध्यान रखें कि हॉल में कम से कम 20 लोगों के लिए बैठने की जगह हो। साथ ही कुछ बेसिक फर्नीचर की भी आपको चाहिए होगा। आपको प्रयास करना है कि इस हॉल के आस-पास कोई शोर नहीं हो, जिससे कि यहां आने वाले रीडर्स शांति और पूरे मनोयोग से पढ़ सकें।
यह होगा डिजिटिल प्लेटफॉर्म
ईबुक्स और ई-पेपर के दौर में मैग्जीन या किताबों की कीमतों में वृद्धि तो हुई ही है साथ ही इनकी उपलब्धता पर भी असर पड़ा है। ओपन लाइब्रेरी में आप डिजिटिल प्लेटफॉॅर्म रीडिंग की सुविधा उपलब्ध कराएं। उन मैग्जीन, न्यूजपेपर के ई-सब्सक्रिप्शन लें जो कि ओपन लाइब्रेरी आइडिया से सबंधित है। सब्सक्रिप्शन लेने से पहले पूरी रिसर्च करें कि कंपनी क्या सुविधा दे रही है। इसके अलावा वार्षिक- लाइफ टाइम सब्सक्रिप्शन की कीमतों में क्या अंतर है।
रिसर्च करें, टारगेट बनाएं
ओपन लाइब्रेरी किस फील्ड के लोगों के लिए प्रारंभ करना चाहते हैं यह आपको तय करना है। यदि आप ऐसे क्षेत्र में जहां प्रोफेशनल कोचिंंग की खासी संख्या है तो आप कॉम्पिटिशन की तैयारी कर रहे स्टूडेंट को टारगेट रख सकते हंै। सोसायटी में रहते है तो आप हाउसवाइफ या बुजुर्गों के हिसाब से स्टार्टअप प्लान कर सकते हैं। इसलिए पहले अच्छे से रिसर्च करें और फिर इंवेस्टमेंट करें।
अपडेट रहने की होगी जरूरत
जिस भी क्षेत्र के लिए आप ओपन लाइब्रेरी प्रारंभ कर रहें हो उसके लिए आपको उस फील्ड से सबंधित लेटेस्ट बुक, न्यूजपेपर व अन्य मैटेरियल की आवश्यकता होगी। डिजिटिल प्लेटफॉर्म का फीचर भी ओपन लाइब्रेरी में शामिल कर सकते हंै। इस फीचर के जरिए आपको ज्यादा किताबों या न्यूजपेपर को खरीदने की आवश्यकता नहीं होगी।
टारगेट ओरिएंटेड जरूरी
ओ पन लाइब्रेरी एक कमर्शियल आइडिया है। कस्टमर टारगेट बनाकर इसकी शुरुआत की जाती है। कस्टमर के तौर पर कोई भी हो सकता है। स्कूली बच्चे, कॉलेज छात्र, कॉम्पिटिशन की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स, हाउसवाइफ या किसी भी फील्ड के प्रोफेशनल्स को टारगेट बनाकर आप ओपन लाइब्रेरी शुरू कर सकते हैं।
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